Saturday 24 December 2016

वेद पुराण के अनुसार, ब्रम्हा जी की आयु कितनी है जानिये, सुनकर चौक जायेंगे आप.

हमारे वेद और शास्त्रों में ब्रम्हांड के निर्माण और उसके अंत के बारे में पूर्ण विस्तार से लिखा हुवा है,
जो आज के बड़े से बड़े साइंटिस्ट मानाने लगे है.
ब्रम्हांड के उत्पत्ति का राज छिपा हुवा है वेदों में, जिसे आज नासा जय बड़ी आर्गेनाइजेशन भी ठुकरा नहीं सकती.
वेदों में पूर्ण विस्तार से युगों का समय, महायुगो का समय और ब्रम्हा जी का जीवनकाल इन सभी के बारे में जानकारी दी गयी हुयी है.
हमारे कुल चार युग है, सत्य युग, त्रेता युग, द्वापर युग, और कलयुग. और इन चारो का मिलकर एक महा युग होता है.
ऐसे ७१ महायुगो का १ मन्वंतर होता है,
ऐसे १४ मन्वन्तरो का एक कल्प होता है, एक कल्प याने ब्रम्हा जी का एक दिन, और उसी तरह रात्र में भी १४ मन्वन्तरो का अंतर होता है.
ऐसे ३६० दिन का ब्रम्हा जी का एक साल होता है,
तो ब्रम्हा जी एक दिन और एक रात्र में कुल २८ मन्वंतर होते है.
अभी ब्रम्हा जी की आयु ५० है और, ५१ व वर्ष चालू है,
५१ वे वर्ष में, ये सातवा मन्वंतर है, और सातवे मंवातर के ये २८ वा महायुग चल रहा है,
२८ वे महायुग में ३ युग ख़त्म हो चुके है, और कलयुग का ५११२ व वर्ष चल रहा है.

अधिक जानकारी के लिए निचे दिया हुवा विडियो देखे.




ये विडियो देखे, सम्पूर्ण जान कारी के लिए...



Friday 23 December 2016

भीष्म पितामह कहते है, इन पांच लोगो से मित्रता बहोत भरी पड सकती है

महाभारतके मुख्य किरदार, पितामह भीष्म जब म्रत्यु शय्या याने बानो को शय्या पर जब लेते हुए , और युधिष्टिर राजा बन चुके थे, तब युधिष्टिर ज्ञान प्राप्त करने के लिए पितामह भीष्म के पास गए,
तब पितामह भीष्म ने युधिष्टिर को इन पांच लोगो से दूर रहने का सन्देश दिया.
अगर इन पाच लोगो से मित्रता करोगे तो वह मित्रता बहोत भारी पड़ सकती है
जानियो उन पांच लोगो के बारे में..
निचे दिए गए वीडियो में साफ़ तरी के से बताया गया है, देखिये और सुनिए..